EMI Full Form In Hindi ,EMI Ka Full Form ,Full Form Of EMI in Hindi ,What Is EMI In Hindi ,EMI kya hai ,EMI कैसे निकले ,या EMI को हिंदी में क्या बोलते है इसके बारे में आप जानना चाहते है तो आप सही जगह आये है ,EMI से जुडी सभी जानकारी आपको इसी लेख में देखने को मिल जाएगी ,अगर आपको सभी जानकारी चाहिए तो आप इस लेख को अंत तक पढ़े।
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका मेरे आज के इस नए लेख में जिसमे हम बात करने वाले है EMI क्या है और बाकि सभी जानकारियों के बारे में ,तो अगर आप EMI के बारे में जानना चाहते हो तो इस लेख में आपको EMI से जुडी सभी जानकारिया मिल जाएगी।
दोस्तों में आपको समझा देता हूँ की EMI होता क्या है ,यह एक तरह का loan होता है लेकिन loan की तरह नहीं होता ,जैसे अगर आप कोई सामान लेते हो और उस सामान को खरीदने के लिए आपके पास पुरे पैसे नहीं होते तो आप कुछ पैसे देकर अपने सामान का EMI बनवा सकते हो ,इससे आपको पैसे लौटने में आसानी होती है साथ ही आपको आपका सामान भी मिल जाता है ,जिससे की आप अपने सामान का इस्तेमाल करने के साथ साथ उसके क़िस्त भर सकते हो।
आज के समय में EMI की वजह से बहुत से लोगो का जीवन बदल गया है ,जो लोग पहले मांगी गाड़िया व् महंगे सामान नहीं ले सकते थी आज वह emi की मदद से कोई भी सामान खरीद लेते है। चलिए जानते है की EMI Ka Full Form क्या होता है।
EMI Full Form In Hindi

EMI Full Form In Hindi – दोस्तों emi का full form – Equated Monthly Installment को कहते है और इसे हिंदी में मासिक क़िस्त भी कहते है , किसी ख़रीदे सामान या loan लेने पर मासिक क़िस्त देना पड़ता है उसे ही EMI कहते है।
EMI Ka Full Form
दोस्तों अगर अपने ऊपर पढ़ा होगा तो आपको पता चल गया होगा की EMI का फुल फॉर्म “मासिक क़िस्त ” होता है और english में इसे “Equated Monthly Installment “कहते है। दोस्तों अब आपको पता लग गया होगा की emi क्या होता है।
What is EMI In Hindi
जैसा की आपको ऊपर बताया गया है की जब कोई महंगी चीज खरीद लेते हो लेकिन आप उसके पैसे पुरे एक बार में न देके उसकी मासिक क़िस्त बना देते हो ,उस क़िस्त में कुछ कमीशन जोड़ के अपने प्रॉफिट को कंपनी निकल लेती है , इससे आपको आपका सामान भी मिल जाता है और थोड़ा थोड़ा कर के उसके पैसे भी आप चूका देते हो।
जब आप इस तरीके से “मासिक क़िस्त “चुकाते हो तब आपको कुछ ब्याज देना पड़ता है ,जो की आपको EMI देने के लिए लिया जाता है।
दोस्तों कुछ सामान इतने महंगे होते है की उनका पैसा एक बार में कोई normal इंसान नहीं दे सकता , इसके लिए ही EMI को बनाया गया है ताकि कोई भी वयक्ति अपने पसंद का सामान खरीद के आसानी से किस्तों पर पैसे देके सामान की मूल कीमत चूका दे ,इससे खरीदार और दुनकानदार दोनों को फायदा होता है ,जब भी आप किसी चीज की EMI बनवाते हो तब आपको सूत के साथ उसका मूल भी चुकाना पड़ता है।
EMI क्यों लेते है ?
दोस्तों जब आप कुछ ज्यादा महंगा सामान खरीद लेते हो ,और आपके पास इतने पैसे नहीं होते की आप एक बार में पुरे पैसे देदो ,तो उसके लिए EMI लिया जाता है ताकि आप अपना सामान भी लेलो और समय समय और उसकी क़िस्त देके उसके पुरे पैसे चूका दो।
इस तरह से आप अपने सभी जरुरी चीजों को खरीद सकते हो ,वरना आप केवल एक सामान खरीद के सरे पैसे उसी में लगा डोज और बाकी चीजे नहीं खरीद पाओगे ,और बहुत से Middle class लोग सभी चीजे एक साथ नहीं खरीद पाते इसके लिए वह सभी चीजों पर EMI लेते है और धीरे धीरे पैसो को देके सामान के पैसे चूका देते है।
EMI पर सामान लेने पर उसके असली मूल के थोड़ा ज्यादा पैसा लगता है जैसे की अगर अपने कोई सामान 1 लाख का लिया है तो आपको उसमे 4 हज़ार फालतू देना होगा इस तरह से EMI की मदद से सभी लोग कोई भी सामान खरीद के इस्तेमाल कर सकते है।
Conclusion
दोस्तों हमने सीखा की कैसे आप EMI Full Form In Hindi ,EMI Ka Full Form ,Full Form Of EMI in Hindi ,What Is EMI In Hindi ,EMI kya hai ,EMI कैसे निकले , अगर अपने इस लेख को अंत तक पढ़ा है तो अब आपको पता लग गया होगा की EMI क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करते है।
अगर अपने उस लेख को यहाँ तक अपढ़ लिया है तो आपको हमरे पिछले लेख को भी पढ़ना चाहिए उसमे से आपको सिखने को बहुत कुछ मिलेगा।
Frequently Asked Question
EMI Full Form In Hindi
EMI Full Form In Hindi – दोस्तों emi का full form – Equated Monthly Installment को कहते है और इसे हिंदी में मासिक क़िस्त भी कहते है , किसी ख़रीदे सामान या loan लेने पर मासिक क़िस्त देना पड़ता है उसे ही EMI कहते है।
EMI Ka Full Form
इसे हिंदी में मासिक क़िस्त भी कहते है , किसी ख़रीदे सामान या loan लेने पर मासिक क़िस्त देना पड़ता है उसे ही EMI कहते है।
EMI क्यों लेते है ?
दोस्तों जब आप कुछ ज्यादा महंगा सामान खरीद लेते हो ,और आपके पास इतने पैसे नहीं होते की आप एक बार में पुरे पैसे देदो ,तो उसके लिए EMI लिया जाता है ताकि आप अपना सामान भी लेलो और समय समय और उसकी क़िस्त देके उसके पुरे पैसे चूका दो।